लखनऊः समाजवादी पार्टी के नेता विनय शंकर तिवारी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने बैंक लोन घोटाल के मामले में गिरफ्तार किया. आरोप है कि उन्होंने बैंक ऑफ इंडिया से लिए गए तकरीबन 750 करोड़ के लोन में गड़बड़ी की है. मामले में उनके करीबी अजीत पांडे को भी गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तारी के बाद से तिवारी लगातार चर्चाओं में बने हुए हैं. कभी उनके पिता बाहुबली नेता पंडित हरिशंकर तिवारी का पूर्वांचल में सिक्का चलता था. वह प्रदेश सरकार के पांच मुख्यमंत्रियों के कार्यकाल में कैबिनेट मंत्री रहे थे.

कौन हैं विनय शंकर तिवारी

विनय शंकर तिवारी उत्तर प्रदेश के चिल्लू पार से विधायक रह चुके हैं. उन्होंने बसपा की टिकट पर साल 2017 में चुनाव जीता था, बाद में समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए. पूर्वांचल क्षेत्र के ब्राह्मण मतदाताओं में तिवारी के परिवार का प्रभाव माना जाता है. बता दें कि, विनय शंकर तिवारी पर पहले भी भ्रष्टाचार और आर्थिक अनियमितताओं के आरोप लगते रहे हैं, लेकिन यह पहली बार है जब उन्हें ED ने गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया.

कौन थे पिता हरिशंकर तिवारी

विनय, बाहुबली नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री हरिशंकर तिवारी के बेटे हैं. हरि शंकर तिवारी का साल 2023 में निधन हो गया. वह बसपा, भाजपा और समाजवादी पार्टी की सरकारों में पांच दफे मंत्री रहे चुके थे. कहा जाता था सरकार किसी की भी हो हरिशंकर तिवारी का मंत्री बनना तय माना जाता था. उनका पूर्वांचल में दबदबा था.

परिवार पर लटकी तलवार

बता दें कि, बैंक फ्रॉड मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में ईडी ने पूर्व विधायक और सपा नेता विनय शंकर तिवारी को गिरफ्तार किया है. साथ ही उनकी पत्नी रीता तिवारी, पार्टनर अजीत पांडेय, अजीत के बेटे समेत अन्य के खिलाफ शुक्रवार को चार्जशीट दाखिल की गई. चार्जशीट दाखिल होने के बाद विनय शंकर तिवारी की मुश्किलें और बढ़ना तय है. शुक्रवार को ईडी ने विनय शंकर तिवारी की कस्टडी रिमांड खत्म होने पर उन्हें जेल भेज दिया. अंदेशा है कि उनकी पत्नी को भी गिरफ्तार किया जा सकता है.

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